वैश्विक आर्थिक मंदी को मात देते हुए प्लास्ट इंडिया के दौरान 1 से 5 फरवरी 2023 तक PLEX CONCIL द्वारा आयोजित

वैश्विक आर्थिक मंदी को मात देते हुए प्लास्ट इंडिया 2023 के दौरान 1 से 5 फरवरी तक PLEX CONCIL द्वारा आयोजित भारतीय प्लास्टिक निर्यातकों के लिए रिवर्स बायर-सेलर मीट (RBSM) को जबरदस्त प्रतिसाद मिला है। 32 देशों के 300 से अधिक खरीदार प्लास्ट इंडिया एक्सपो के दौरान भारतीय निर्यातकों के साथ मिलकर बातचीत करेंगे। प्लेक्स कॉन्सिल पिछले महीनों में 80 से अधिक दूतावासों और उच्चायोगों से जुड़ा है। इसे अपार समर्थन मिल रहा है। सकारात्मक वातावरण बना है। आरबीएसएम से 75 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का कारोबार होन को अनुमान है। यह जानकारी प्लेक्सकॉनसिल के अध्यक्ष हेमंत मिनोचा ने दी। आगे बताया कि वाणिज्य मंत्रालय की मार्केट एक्सेस इनिशिएटिव (MAI) योजना के समर्थन से RBSM का आयोजन किया जा रहा है। “PLEXCONCIL यानी प्लेक्स कॉन्सिल ने दशकों से प्लास्टिक के सामानों को वैश्विक खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ने में माहरत हासिल की है। यह जानकर खुशी हो रही है कि आरबीएसएम ने कई देशों में कोविड के बाद के दौर में भी आर्थिक मंदी के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया है। सभी प्लास्टिक उत्पादों का वैश्विक निर्यात बाजार 1.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का है। इसमें भारत की हिस्सेदारी लगभग 1.1% है जहां भारतीय प्लास्टिक उद्योग को कवर करने के लिए बहुत सारी जमीन उपलब्ध है। हम वैश्विक कंपनियों को भारत से स्रोत और भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रति करते हैं। हमारो प्रधान मंत्री इस दिशा में प्रोत्साहित करते है। आरबीएसएम के वैश्विक प्लास्टिक बाजार में भारतीय उद्योग की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है। भारतीय प्लास्टिक उद्योग के उत्पादों को दुनिया भर में 200 से अधिक देशों में निर्यात किया जाता है। इसमें यूरोप में इटली, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम जैसे शीर्ष देश शामिल हैं। अफ्रीका में नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका में केन्या, दक्षिण एशिया में बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका, आसियान देशों में वियतनाम और इंडोनेशिया;, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ PLEXCONCIL एक प्रेरक के रूप में कार्य करता है। जो प्लास्टिक व्यापार को सरकार से जोड़ता है। प्लेक्स काउंसिल के बारे में प्लास्टिक निर्यात संवर्धन परिषद (PLEXCONCIL) है। जो उद्योग और सरकार के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करती है। इसकी स्थापना वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के वाणिज्य विभाग भारत सरकार द्वारा 15 जुलाई 1955 को एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में की गई थी। यह देश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में है। विदेशों में भारत की बेहतर छवि पेश करने के लिए सरकार द्वारा शुरूआत की गई थी। कई निर्यात संवर्धन परिषदों (ईपीसी) में से परिषद एक थी। PLEXCONCIL भारत में प्लास्टिक उद्योग का शीर्ष निकाय है। 2,500 से अधिक निर्यातकों का प्रतिनिधित्व करती है। जो प्लास्टिक के कच्चे माल से लेकर अर्ध-तैयार और तैयार वस्तुओं तक के प्लास्टिक उत्पादों का निर्माण व निर्यात करते हैं। परिषद का मुख्यालय मुंबई में है। जबकि इसकस क्षेत्रीय कार्यालय नई दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद में हैं। भारतीय प्लास्टिक उद्योग के उत्पादों को दुनिया भर के 200 से अधिक देशों में निर्यात किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *