भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विल्लियम्स 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौट आई है अंतरिक्ष एजेंसी- NASA के वैज्ञानिकों के मुताबिक सुनीता और बैरी विल्मोर को लेकर लौट रहा यान कैप्सूल 3 बजकर 27 मिनट पर अमेरिका के फ्लोरिडा में समुंद्री तट पर उतारा अंतरिक्ष यात्री खुशी-खुशी हाथ हिलाते और मुस्कुराते हुए वापस आए साथ ही पृथ्वी पर आने के साथ ही सुनीता विलियम्स ने अपना हाथ दिखाकर वहां उपस्थित लोगों का अभिवादन भी किया आपको बता दे की भारत बेटी सुनीता विल्लियम्स पिछले 9 महीनों से अंतरिक्ष में फसी रही।

Pm मोदी ने किया भारत की बेटी को याद …
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स की घर वापसी का सफर शुरू हो चुका है उन्होंने आज सुबह 10.30 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती के लिए उड़न भरी आपको बता दें की उनका स्पेसक्राफ्ट SpaceX ड्रैगन बुधवार सुबह 3.27 बजे लैंड करेग आपको बता दें की पूरी दुनिया के लोग सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रही है और साथ ही इनके वापसी के लिए कई लोगों ने पूजा पाठ भी किया ताकि सुनीता विल्लियम्स अंतरिक्ष से सही सलामत वापस आ जाए इस बीच उनकी वापसी से कुछ दिन पहले ही खुद पिअयम मोदी ने भारत की बेटी को यद् करते हुए चिठ्ठी लिखा जिसमे उन्होंने यह लिखा की उन्होंने इस खत में सुनीता की सुरक्षित वापसी की कामना करते हुए उन्हें भारत की बेटी बताया प्रधानमंत्री ने यह खत प्रख्यात अंतरिक्षयात्री माइक मैसिमिनो के जरिए सुनीता विलियम्स को चिट्टी भेजा गया था इस खत को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शेयर किया है सुनीता विलियम्स के नाम इस चिट्ठी में पीएम मोदी ने लिखा है कि मैं भारत के लोगों की ओर से आपको शुभकामनाएं देता हूं. आज एक कार्यक्रम में मेरी मुलाकात सुनीता विलियम्स के नाम इस चिट्ठी में पीएम मोदी ने लिखा है कि मैं भारत के लोगों की ओर से आपको शुभकामनाएं देता हूं और आज एक कार्यक्रम में मेरी मुलाकात अंतरिक्ष माइक माइक मैसिमिनो से हुई उनसे बातचीत के दौरान आपका जिक्र हुआ और हमने इस पर चर्चा भी की हमें आप पर और आपके काम पर बहुत गर्व है इस बातचीत के बाद मैं खुद को आपको खत लिखने से रोक नहीं पाया पीएम मोदी ने अपने ख़त में यह भी लिखा की भरी आप हमसे हजारों मील दूर है लेकिन आप हम सबके दिलों के बहुत करीब है।

सुनीता विल्लियम्स के धरती पर उतरते ही हुआ ये …
NASA के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर नौ महीने बाद स्पेस से पृथ्वी पर लौट आए हैं। बीते साल जून में दोनों अंतरिक्ष में गए थे और उनका यह मिशन तकनीकी दिक्कतों और शेड्यूल में बदलाव के चलते काफी चुनौतीपूर्ण रहा। कई तरह की दिक्कतों की वजह से कुछ दिन का ये मिशन नौ महीने तक चला ऐसे में लगातार 59 साल की सुनीता विलियम्स और 62 वर्षीय बुच विल्मोर की धरती पर वापसी का इंतजार हो रहा था लोगों का ये इंतजार ख़त्म हो चूका है क्योकि सुनीता विल्लियम्स और उनके साथियों की धरती पर सुरक्षित वापसी हो गई है। हालांकि अभी उनको कई महत्वपूर्ण प्रक्रियायों से गुजरना होगा साथ ही सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर फ्लोरिडा के तट पर उतरने के बाद स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकाले गए और उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाया गया क्योकि काफी लम्बे समय से रहने के कारण अंतरिक्ष के यात्रियों के शरीर पर असर होता है और उनकी मांसपेशियों कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से वह चल नहीं पाते इसीलिए उनको स्ट्रेचर पर ले जाया गया सुनीता और बुच को फिलहाल ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया गया है सेंटर में दोनों एस्ट्रोनॉट कुछ दिनों तक स्वास्थ्य जांच के लिए रहेंगे यह अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के बाद की एक नियमित प्रक्रिया है जिससे नासा के डॉक्टर द्वारा किया जाता है और नासा के डॉक्टर उन्हें घर जाने की अनुमति देने से पहले उनकी पूरी तरीके से जांच करेंगे इसके बाद दोनों को घर जाने अनुमति मिलेगी मेडिकल जांच की प्रक्रिया से निकलने के बाद ही दोनों अंतरिक्ष यात्री मिशन के दौरान हुए अपने अनुभव, चुनौतियों और सफलताओं के बारे में बताएंगे इसके बाद उनको अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका दिया जायेगा।

सुनीता के लिए धरती पर रहना नहीं होगा आसान …
भारत समेत पूरी दुनिया की नजर NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के धरती पर वापसी की खबर पर टिकी है। सुनीता विलियम्स और उनके साथी पिछले 9 महीने से अधिक समय से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं। अब दोनों एस्ट्रोनॉट्स की धरती पर वापसी हो रही है। जिसको लेकर लोगों में खुशी का माहौल बन गया है हालांकि सुनीता विलियम्स और उनके साथियों को धरती पर आकर भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है क्योकि लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से एस्ट्रोनॉट्स के शरीर में काफी बदलाव हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें नॉर्मल होने में कई महीनों का समय लग सकता है एक्सपर्ट्स का कहना है अंतरिक्ष में लंबा समय बिताने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं साथ ही अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण शरीर में ये बदलाव होते हैं जिसकी वजह से उनका चलना-फिरना, बैठना, बोलना या फिर देखने में भी परेशानी होने लगती है। कई बार ऐसी कंडीशन में हार्ट से जुड़ी समस्याएं भी आने लगती है। ऐसे में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को ठीक होने में महीनों और सालों भी लग सकता है NASA के डॉक्टर का कहना है की जब कोई व्यक्ति लंबे समय से अंतरिक्ष में रह रहे होते है तो उनकी इम्युनिटी बहुत कमजोर हो जाती है और पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स और उनके साथी को कई मनोवैज्ञानिक समस्याओं से भी जूझना पड़ेगा। इन लोगों को अंतरिक्ष में लंबा समय बिताने के बाद पृथ्वी पर फिर से ढलना होगा इससे एंग्जाइटी, डिप्रेशन और लॉस्ट जैसी फीलिंग हो सकती है। आपको बता दें की धरती पर इतने महीनों के बाद लौटने पर उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।