"अब और जहरीली हुई दिल्ली की हवा, फूलने लगी लोगों की सांस-जोड़ों में बढ़ रहा दर्द - Star samachar" ariaHidden : "false"

जहरीली हवा ने किया दिल्ली का रुख, अब सांस लेना भी खतरे से खाली नहीं

दिल्ली में इस समय सामान्य से पांच गुना ज्यादा खतरनाक जहरीली हवाओं का वास हैं l इस समय दिल्ली के कण-कण में प्रदूषक मौजूद है। प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर हवा में 100 से कम होने और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है।

बता दें कि इस समय दिल्ली और इसके आस-पास के शहरों में सामान्य से पांच गुना ज्यादा प्रदूषक मौजूद हैं। जिससे वहां के निवासियों को सांस लेने में बेहद कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा हैं l वहां की हवा बेहद ही प्रदूषित हो रही हैं l हवा का सामान्य से ज्यादा स्तर हैं l प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर हवा में 100 से कम होने और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है। दिल्ली में रविवार शाम चार पीएम 10 का स्तर 475 और पीएम 2.5 का स्तर 390 पर रहा। इसी कारण दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर सामान्य से लगभग पांच गुना ज्यादा है। वहीं, पीएम 10 का स्तर 500 और पीएम 2.5 का स्तर 300 से ऊपर होने पर उसे आपातकालीन स्तर माना जाता है। रविवार की सुबह दिल्ली की हवा में प्रदूषक कणों का स्तर लगभग इस स्थिति में पहुंच गया था l

जानकारी के लिए बता दें कि इस बार दिल्ली में पिछले सालों की तुलना में जनवरी से लेकर सितंबर महीने तक प्रदूषण का स्तर कम रहा था। मगर बारिश कम होने के चलते अक्टूबर में प्रदूषण सामान्य से ज्यादा रहा। फिर हवा की रफ्तार कम होने और उत्तरी पश्चिमी दिशा से आने वाली हवा के चलते दिल्ली की हवा जहरीली हो गई हैं l
खासकर पिछले तीन दिन तो दिल्ली वालों के लिए सबसे ज्यादा खराब बीते हैं। बता दें इन तीनों दिनों में एक्यूआई 400 के ऊपर रहा है।

दिल्ली में तेजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, रविवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 454 अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को अत्यधिक गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार को यह सूचकांक 415 था, यानी चौबीस घंटे के अंदरी इसमें 39 अंकों की बढ़ोतरी हुई। दिल्ली के आसमान पर स्मोग की एक मोटी चादर छाई हुई है, जिसके चलते दृश्यता स्तर प्रभावित हुआ है।

यहां से मिल सकती हैं राहत

इस समय दिल्ली और एनसीआर के लोगो को कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से ही राहत मिल सकती है। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ के चलते कहीं-कहीं बूंदाबांदी या बारिश और हवा की रफ्तार बढ़ जाती है l प्रदूषक कणों का इससे प्रभाव तेज हो जाता है और प्रदूषण की परत साफ हो जाती है l परन्तु फिलहाल इस तरह के पश्चिमी विक्षोभ की उम्मीद कम दिख रही है। यहीं कारण हैं कि अगले चार-पांच दिनों के बीच भी राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कमोबेश ऐसा ही बना रह सकता है।

बता दें कि शहर में सापेक्ष आर्द्रता सुबह 8.30 बजे 98 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने तथा अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ और ‘अति गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है।सुबह 9 बजकर 5 मिनट पर शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 437 रहा। शादीपुर, आईटीओ, सिरी फोर्ट, आर. के. पुरम, पंजाबी बाग, दिल्ली विश्वविद्यालय केंद्रों पर एक्यूआई क्रमश: 438, 400, 430, 462, 469 और 454 दर्ज किया गया। जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।

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