anurag thakur sports minister

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने उनके घर पहुंचे पहलवान, बृजभूषण की गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग पर अड़े

धरने पर बैठे पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने उनके घर पहुंचे हैं l इस बात की खबर उन्होंने खुद मंगलवार को ट्वीट कर दी l बता दें कि इससे पहले 3 जून यानी शनिवार की रात पहलवानों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी l गृहमंत्री अमित शाह ने पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर बजरंग पुनिया से फोन पर बात की थी l खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पहलवानों को बातचीत के लिए न्योता भेजा था l इस पर खिलाडियों का कहना है कि चुप कर हम कोई बैठक नहीं करेंगे l यही वजह रही कि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर खिलाड़ियों को बातचीत का न्योता दिया l फिर इसके बाद पहलवान खेल मंत्री से बातचीत के लिए तैयार हो गए l

बता दें कि साक्षी मलिक ने अनुराग ठाकुर के बातचीत के प्रस्ताव पर कहा था कि हम सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर अपने वरिष्ठों और समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे l जब सभी अपनी सहमति देंगे कि प्रस्ताव ठीक है, तभी हम मानेंगे l ऐसा नहीं होगा कि हम सरकार की किसी भी बात को मान लें और अपना धरना समाप्त कर दें l बैठक के लिए अभी तक कोई समय तय नहीं किया गया है l पहलवान सांसद बृजभूषण के खिलाफ महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं l

जानकारी के लिए बता दे कि प्रदर्शनकारी पहलवानों में से साक्षी और बजरंग ने तीन जून की रात गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी l परन्तु इससे पहले अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात कर चुके है l उन्होंने जानकारी के लिए बताया कि सरकार कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ जांच के लिए पहले ही एक समिति का गठन कर चुकी है l पुलिस अभी जांच कर रही है l आरोप पत्र भी दायर किया जाएगा और निष्पक्ष जांच की जाएगी l दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ 28 अप्रैल को कनॉट प्लेस पुलिस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें एक में नाबालिग पहलवान के पिता द्वारा दी गई शिकायत पर बच्चों को यौन शोषण से संरक्षण दिलाने वाला पॉक्सो अधिनियम लगाया गया था, जिसमें दोषी पाए जाने पर सात साल तक की जेल की सजा होती है l

इसके बाद 5 जून को पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट रेलवे में अपनी अपनी नौकरी पर वापस लौट गए थे l हालांकि, पहलवानों ने साफ कर दिया था कि जब तक महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिलता, वे आंदोलन जारी रखेंगे l

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