आज देश भर में बकरा ईद (ईद-उल अजहा) का त्यौहार मनाया जा रहा है l बकरा ईद को लेकर पुरे देश भर में अलर्ट जारी कर दिया है l बकरा ईद को लेकर कई राज्यों में सुरक्षा कड़ी की गयी है l सड़को पर पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च भी किया गया है l कुर्बानी को लेकर जरुरी निर्देश जारी किए गए है l सड़को पर नबाज़ और प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी ना करने के भी निर्देश दिए है l नबाज़ स्थलों के आस पास और संवेदनशील इलाकों में हाई रिजॉल्यूशन कैमरे लगाए गए है l जिसकी सहायता से उपद्रवियों पर निगरानी रखी जा रही है l सभी जवान चप्पे चप्पे पर अपनी पैनी नजर रखे हुए है l सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है l लोग नबाज़ अदा करने के लिए मज्जिद जा रहे है l उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई राज्यों में सुरक्षा को लेकर कड़े इतंजाम किए गए है l शांतिपूर्वक आज का त्यौहार लोग अच्छे से मना सके इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए है और जगह जगह हाई अलर्ट जारी कर दिया है l सभी जगह शांति से ईद-उल अजहा का त्यौहार लोग मना सके उसके लिए ड्रोन कैमरे द्वारा भी जवान नजर रखे हुए है l
कुर्बानी देने के पीछे का राज :-
बता दें कि ईद उल अजहा के पीछे कहानी यह है कि हजरत इब्राहिम को अल्लाह ने ख्वाब में हुक्म दिया था कि वह अपने प्यारे बेटे हजरत इस्माइल को कुर्बान कर दें। हजरत इब्राहिम के लिए यह एक इम्तिहान था, जिसमें एक तरह प्यारा बेटा और दूसरी तरह अल्लाह का हुक्म था। इब्राहिम ने अल्लाह का हुक्म मानते हुए अपने बेटे की कुर्बानी देने के लिए तैयार हो गया। जब हजरत इब्राहिम कुर्बानी दे रहे थे, तभी छुरी के नीचे एक मेमना आ गया और कुर्बान हो गया। इसके बाद से ही बकरे की कुर्बानी देने का दौर शुरू हुआ। मेमने के कुर्बानी के बाद फरिश्तों के सरदार जिब्रली अमीन ने इब्राहिम को खुशखबरी सुनाई की अल्लाह ने आपकी कुर्बानी को कबूल कर लिया है।तभी से हर साल ईद-उल-अजहा के रूप में वो दिन एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है जिसको बकरा ईद के नाम से भी जाना जाता है l