नई दिल्ली- मुंबईकर सुनीता वधावन अब नागपुर में रहते हुए दुनिया भर में सराहनीय कार्य कर के एक अलग पहचान बनाई है । जिन्हे महाराष्ट्र में 121 निःशुल्क कार्यशाला करने का प्राप्त है। तथा वहीं 2022 में लॉस एंजिल्स, लॉस वेगास, कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क में कुछ स्थानों के नाम जैसे (यूके) लंदन और (यूएसए) अमेरिका इत्यादि में किए गए कार्यों का एक लेखा और कई अन्य स्थानों पर भी काम चल रहा है।
सुनीता वधावन को 1620 वार सूर्य नमस्कार करने का सौभाग्य प्राप्त हैं । इसके अलावा 22 जनवरी 2023 को “सूर्यपुत्री” शीर्षक के साथ नॉनस्टॉप, 2021 में शिक्षाविदों और योग के क्षेत्र में और अधिक उपलब्धियों को हासिल कर ने का गौरव प्राप्त है । वही सुनीता आज अपनी प्रैक्टिस को पूरा करने पर बहुत गर्व महसूस करती हैं ।108 सन सलूशन डेली सोशल मीडिया FB और इंस्टाग्राम पर लाइव रहती हैं । वह कई जगहों पर मुफ्त योग और काउंसलिंग वर्कशॉप भी करती नजर आती हैं। उन्होंने
15 जनवरी को अपने सूर्यनमस्कार अभ्यास के आधार पर मुंबई में केवल आधी टाटा मैराथन 21.7 किलोमीटर की दौड़ सफलतापूर्वक पूरी की।
20 जनवरी 2023 को सुनीता ने नागपुर के सुरेश भट्ट हॉल में खासदार क्रीड़ा महा उत्सव में भाग लिया और *पारंपरिक योगासन में रजत और * लयबद्ध योगासन में कांस्य जीता, इससे पहले उन्होंने विभिन्न योग प्रतियोगिताओं में दो स्वर्ण पदक भी जीते है । उन्होंने वन मिनट मैजिक में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, योग वर्ल्ड में सुनीता वधावन ने अविष्कार पुणे में “भावनात्मक स्वास्थ्य में कैथार्सिस के रूप में रंगों की जागरूकता” के साथ पोस्टर और पेपर प्रस्तुति की।
सुनीता ने कवि कुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय से वयस्कों के भावनात्मक स्वास्थ्य के निर्देशित ध्यान के प्रभाव में अपना शोध पूरा किया । दृढ़ संकल्प और भक्ति किसी के भी जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।यह कहना है सुनीता वधावन का ।